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राजनीति, बुद्धि और धूर्तता Politics, Intelligence and Con ~ Shubhanshu

कुछ बातें आधारभूत रूप से असंभव हैं। जैसे राजनीति में अच्छे और बुद्धिमान व्यक्ति का टिक पाना। लगभग 4% लोग ही बुद्धिमान, अच्छे व राजनीति से दूर होते हैं और बाकी के लोग अपने जैसा नेता चुनते हैं। 😂 असल में, कम बुद्धिमान लोगों को ही दूसरों की ज्यादा ज़रूरत पड़ती है। इसीलिए राजनीति का जन्म हुआ। बुद्धिमान लोग हमेशा कम मेहनत वाले अपने कामो में लगे रहे और कम बुद्धि वाले लोग किसी न किसी धूर्त की सेवा करने में लगे रहे। आपको तो पता ही होगा कि दुनिया में जो व्यक्ति अपना नुकसान कर ले, उसे ही लोग अच्छा समझते हैं। लेकिन साथ ही उसे मूर्ख भी बोल कर उसका शोषण भी शुरू कर देते हैं। इसीलिए जो मूर्ख नहीं होता, धूर्त होता है, वही नेता बन पाता है और फिर अच्छे (मूर्ख) लोगों का शोषण शुरू कर देता है। 😂 राजनीति बुरी नहीं है, अगर इसे कम्प्यूटर चलाये। समस्या इंसान की धूर्तता, शासन करने की हवस, लालच, नफ़रत, और घमंड है। जो कभी खत्म नहीं हो सकता। इंसान का अस्तित्व ही इस बुराई के साथ है। इसीलिए अपनी अलग दुनिया बसाओ, आम जनजीवन से जितना दूर रह सकते हो, रहो। जीवन मे कुछ अच्छा और मनोरंजक करो। लोगों तक अपनी बात पहुँचा सकते हो

Capital Money is your Earning Source ~ Shubhanshu



रुपये से रुपये कमाने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है उसको ब्याज के लिये इन्वेस्ट करना। जैसे फिक्स डिपॉजिट या P2P इन्वेस्टमेंट।

लेकिन इससे पर्याप्त आय लेने के लिये आपको बहुत अधिक मात्रा में धन चाहिए होता है।

जैसे, यदि बैंक 7% ब्याज दे रहा है और आप अपनी मासिक आय 50000₹ प्रति माह करना चाहते हैं तो आपको कुल 1 करोड़ रुपये की FD खोलनी पड़ेगी। इसपे 10% TDS भी देना होगा। तो आपको 50000₹ मासिक आय मिलेगी।

ऐसे लोग जिन्होंने पैसे इन्वेस्ट न किये हों, FD से कमाई का पता न हो, उनको ये रकम ज़रूरत से ज्यादा ही लगेगी। क्योकि परंपरागत समाज मूल धन ही खा लेता है और गरीब बना रहता है जबकि मूलधन ही आपकी कमाई का साधन है। उसी से ब्याज आता है। उसे कम नहीं करना है।

मैं चूंकि निजी कम्पनी से ब्याज ले रहा हूँ तो मुझे 7% की जगह 12% का ब्याज मिल रहा है। अतः मुझे इतनी आय हेतु सिर्फ 50-60 लाख रुपये की आवश्यकता है। लेकिन निजी कम्पनी किसी दिन बन्द हो गई और उसने मेरा पैसा वापस कर दिया तो मैं क्या करूँगा?

तब मुझे वापस बैंक में 6-7% वाली FD से ही संतोष करना पड़ेगा। मेरी मासिक आय तुरन्त 50000₹ से घट कर, 20000₹ रह जायेगी। जिसमें बिजली, दवाई, राशन व मोबाइल का रिचार्ज आदि शामिल है।

अतः कम से कम 1 करोड़ रुपया तो होना ही चाहिये आपके पास, अगर आप इन्वेस्टमेंट की कमाई पर ही निर्भर हैं। नौकरी वाले ये सब नहीं समझते। उनको बस हर महीने जो मिल रहा, उसी पर पलना है।

यदि वे धन बचा कर बैंक में या इन्वेस्टमेंट कम्पनी में अभी से जमा करें (लिंक मुझे 500₹ देकर ले सकते हैं) तो वो भी ऐसी स्थिति में एक दिन आ सकते हैं कि उनकी कमाई ब्याज से भी होने लगेगी। उनकी हालत सुधर जाएगी। अपना मकान होगा। किराये भाड़े में वेतन बर्बाद नहीं होगा और जीवन सुखी हो सकता है। मैं तो जीवन ऐसे ही जीने वाला हूँ।

मरते समय जो मूलधन बचेगा, उससे कोई अच्छा काम कर देंगे या वसीयत बना देंगे कि जानवरों और महिलाओं के लिये कोई छोटा-मोटा वास्तविक हेल्पलाइन और शेल्टर हॉउस बन जाये। ~ Shubhanshu 2023©

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Fi money referral code is here

मैं कई साल से fi money app की निगरानी कर रहा था। उस समय के मोबाइल फोन में ये app कंपेटिबल नहीं थी। और मुझे लगा था कि ये app सालाना कोई चार्ज लेती है लेकिन वह जुपिटर app थी इसके जैसी ही। पिछले महीने जून में इस साल नया फोन लेने के कारण ये app मेरे मोबाइल में इन्सटाल हो गई और मैंने वीडियो kyc भी कर ली। 0 बैलेंस सेविंग अकाउंट था। जानीमानी फेडरल बैंक में ही खुला था ये बैंक अकाउंट। भीतर देखे तो बहुत से कमाई के विकल्प मिले। बहुत सुविधाओं से भरा था ये कॉब्रांडेड बैंक एकाउंट। जैसे free वर्चुअल वीसा प्लेटिनम डेबिट कार्ड, 3 अकॉउंट अपग्रेड मोड। स्टैंडर्ड, प्लस, इनफिनिटी और सेलरी। स्टैंडर्ड में आप 0 bal रखिये। 1x point तब भी मिलेगा खरीदारी करने पर डेबिट या upi से। प्लस में 10000₹ बैलेंस रखना है। आपको 2x पॉइंट मिलेंगे खर्च करने पर। प्लास्टिक डेबिट कार्ड free में ऑडर कर सकते हैं। साल में अगर डेबिट कार्ड से 25000₹ खर्च कर लिये तो सालाना 235₹ एनुअल चार्ज भी free हो जाएगा। इनिफिनिटि में आपको 50000₹ बैलेन्स रखना है। (मैं यही use कर रहा हूँ) 3.05% सलाना सेविंग अकाउंट का ब्याज है। प्लास्टिक डेब

राजनीति, बुद्धि और धूर्तता Politics, Intelligence and Con ~ Shubhanshu

कुछ बातें आधारभूत रूप से असंभव हैं। जैसे राजनीति में अच्छे और बुद्धिमान व्यक्ति का टिक पाना। लगभग 4% लोग ही बुद्धिमान, अच्छे व राजनीति से दूर होते हैं और बाकी के लोग अपने जैसा नेता चुनते हैं। 😂 असल में, कम बुद्धिमान लोगों को ही दूसरों की ज्यादा ज़रूरत पड़ती है। इसीलिए राजनीति का जन्म हुआ। बुद्धिमान लोग हमेशा कम मेहनत वाले अपने कामो में लगे रहे और कम बुद्धि वाले लोग किसी न किसी धूर्त की सेवा करने में लगे रहे। आपको तो पता ही होगा कि दुनिया में जो व्यक्ति अपना नुकसान कर ले, उसे ही लोग अच्छा समझते हैं। लेकिन साथ ही उसे मूर्ख भी बोल कर उसका शोषण भी शुरू कर देते हैं। इसीलिए जो मूर्ख नहीं होता, धूर्त होता है, वही नेता बन पाता है और फिर अच्छे (मूर्ख) लोगों का शोषण शुरू कर देता है। 😂 राजनीति बुरी नहीं है, अगर इसे कम्प्यूटर चलाये। समस्या इंसान की धूर्तता, शासन करने की हवस, लालच, नफ़रत, और घमंड है। जो कभी खत्म नहीं हो सकता। इंसान का अस्तित्व ही इस बुराई के साथ है। इसीलिए अपनी अलग दुनिया बसाओ, आम जनजीवन से जितना दूर रह सकते हो, रहो। जीवन मे कुछ अच्छा और मनोरंजक करो। लोगों तक अपनी बात पहुँचा सकते हो